आज फिर से मैँ पी रहा हू एक सिगरेट जला रहा हू आज फिर से मैँ पी रहा हू एक सिगरेट जला रहा हू ... उसकी नजर मे ये एक गुनाह है लेकीन मै तो उसके व...
आज फिर से मैँ पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू
आज फिर से मैँ पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू
... उसकी नजर मे ये एक गुनाह है
लेकीन मै तो उसके वादेँ भुला रहा हू
समझना मत इसको मेरी आदत,
मै तो बस धुआँ उडा रहा हू
ये उसकी यादोँ के सिलसिले है
मै उसकी यादेँ जला रहा हू
मै पी कर इतना बहक चूका हू
के गम के किस्से सूना रहा हू
अगर तुझे भी गम है तो मेरे पास आ,
मै पी रहा हू और पिला रहा हू
मेरी आँखे तो आज नम है मगर मैँ सबको हँसा रहा हू
खो कर अपनी हसिन हसरतोँ का चिराग
मैँ अपने बे-इन्तेहा प्यार को भुला रहा हू
एक सिगरेट के बहाने मै अपने आप को जला रहा हू
आज फिर से मै पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू ...
आज फिर से मैँ पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू....
एक सिगरेट जला रहा हू
आज फिर से मैँ पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू
... उसकी नजर मे ये एक गुनाह है
लेकीन मै तो उसके वादेँ भुला रहा हू
समझना मत इसको मेरी आदत,
मै तो बस धुआँ उडा रहा हू
ये उसकी यादोँ के सिलसिले है
मै उसकी यादेँ जला रहा हू
मै पी कर इतना बहक चूका हू
के गम के किस्से सूना रहा हू
अगर तुझे भी गम है तो मेरे पास आ,
मै पी रहा हू और पिला रहा हू
मेरी आँखे तो आज नम है मगर मैँ सबको हँसा रहा हू
खो कर अपनी हसिन हसरतोँ का चिराग
मैँ अपने बे-इन्तेहा प्यार को भुला रहा हू
एक सिगरेट के बहाने मै अपने आप को जला रहा हू
आज फिर से मै पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू ...
आज फिर से मैँ पी रहा हू
एक सिगरेट जला रहा हू....